Thursday, 18 June 2015

राहुल गांधी का नया अवतार


कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आज जन्मदिन है। आज वे 45 साल के हो गए हैं। राहुल गांधी एक भारतीय नेता और भारत की संसद के सदस्य हैं और भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में उत्तर प्रदेश में स्थित अमेठी चुनाव क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। राहुल गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबद्ध हैं। राहुल भारत के प्रसिद्ध गांधी-नेहरू परिवार से हैं। राहुल को 2009 के आम चुनावों में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत का श्रेय दिया गया है। उनकी राजनैतिक रणनीतियों में जमीनी स्तर की सक्रियता को बल देना, ग्रामीण भारत के साथ गहरे संबंध स्थापित करना और कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र को मजबूत करने की कोशिश करना, प्रमुख हैं। अनुभवहीनता के चलते राहुल ने मनमोहन सिंह की सरकार में मन्त्रीपद लेने से इंकार किया है। आजकल राहुल अपना सारा ध्यान राजनीतिक अनुभव प्राप्त करने और पार्टी को जड़ से मजबूत बनाने पर केंद्रित कर रहे हैं।
राहुल का जन्म 19 जून 1970 को दिल्ली में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर हुआ था। वे अपने माता-पिता की दो संतानों में बड़े हैं और प्रियंका गांधी के बड़े भाई हैं। राहुल की शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल में हुई थी और इसके बाद वो दून में पढ़ने चले गए। 1981-83 तक सुरक्षा कारणों के कारण राहुल को अपनी पढ़ाई घर से ही करनी पड़ी। राहुल ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के रोलिंस कॉलेज फ्लोरिडा से 1994 में अपनी कला स्नातक की डिग्री ली। इसके बाद 1995 में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी कॉलेज से एमफिल की उपाधि ली। 2003 में राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के साथ कई राजनीतिक कार्यक्रमों में दिखाई देने लगे। 2004 में राहुल ने राजनीति में एंट्री की और अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा। यहां राहुल की रिकॉर्ड वोटों से जीत हुई। 2006 तक राहुल किसी पद पर नहीं रहे और मुख्य तौर पर अपने निर्वाचन क्षेत्र और उत्तर प्रदेश की राजनीति पर ही ध्यान केंद्रित किया। राहुल गांधी को 24 सितंबर 2007 को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति का महासचिव नियुक्त किया गया था। 2009 के लोकसभा चुनावों में राहुल ने अमेठी में 3 लाख 33 हजार वोटों से जीत हासिल की। इस चुनाव में कांग्रेस ने यूपी की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 21 में जीत हासिल की। राज्य में पार्टी की इस सफलता का श्रेय राहुल गांधी को दिया गया।
 मोदी सरकार के दौरान सियासी गलियारे में किसानों की आत्महत्या को लेकर इतनी चिंता कभी नहीं दिखी थी, जितनी आजकल दिख रही है। बेमौसम बारिश से किसानों की तबाही, भूमि अधिग्रहण बिल के साथ एक और ऐसी राजनैतिक घटना हुई, जिसने इस मुद्दे को अलग रंग दे दिया है, वो है राहुल गांधी की वापसी। सरकार पहले से लैंड बिल मुद्दे पर घिरी थी और बारिश की मार के बाद किसानों की आत्महत्याओं की खबरें बढ़ी और फिर इन सबने एक साथ कांग्रेस को ऐसा मुद्दा दिया जिस पर लगातार राहुल गांधी सरकार को घेर रहे हैं।  राहुल गाँधी ने सत्ता के इस खेल में वापसी करने विकल्प चुना है, इन सबके बीच राहुल गाँधी  पार्टी को बदलने से पहले खुद को बदलते हुए नज़र आ रहे है, छुट्टी से वापसी के बाद राहुल गांधी का नया अवतार सामने आया है ।

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