कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बोले कि ऐसा हिंदुस्तान हमें नहीं चाहिए. इसलिए हमने अधिकार की बात शुरू की. इसका क्या मतलब है. जो भी इस देश में रहता है. उसे कम से कम मदद मिलेगी.कम से कम भोजन और रोजगार मिलेगा. इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम हम करते हैं, मगर हम गरीबों का भी काम करते हैं. यही गेहलोत जी ने राजस्थान में किया. आप किसी भी मजदूर से पूछ लीजिए.’इसके अलावा राहुल गांधी ने अपनी स्पीच में पापा राजीव गांधी को याद किया और बताया कि कैसे उनके लाए कंप्यूटर और मोबाइल से किसानों और गरीबों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ. उन्होंने दोहराया कि बीजेपी वाले तब इसका विरोध कर रहे थे.फिर उन्होंने बीजेपी को इन्फ्रास्ट्रक्चर की बात पर घेरते हुए कहा कि भइया आप तो सड़क, रेलवे लाइन और एयरपोर्ट बनाकर देश बदलने की बात करते हो. कांग्रेस कहती है कि जो हमारे गरीब लोग हैं, उनकी भी मदद करो कि एक दिन वे भी इस पर चल पाएं. गरीबों से सीधे संवाद की कोशिश में राहुल बोले कि किसान ऊपर उड़ता जहाज देखता है और अपने आप से पूछता कि कभी मेरा बेटा, उसका पोता या उसका बेटा, इस पर जा पाएगा या नहीं. इस दौरान राहुल गांधी ने एक दीवार का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि ‘मेरी दूसरी राजनीतिक पार्टियों के लोगों से संसद में बात होती है. वे हमसे कहते हैं कि जब आप किसी को मुफ्त में भोजन और दवाई देते हो, तो वह बिगड़ जाता है. हम कहते हैं कि जो गरीबी में फंसा है, उसकी गलती नहीं, उसकी सोच में कमजोरी नहीं.उसके सामने एक दीवार है. उसे हटाने के लिए उसे मदद करने की जरूरत है. वो कहते हैं कि नहीं, ये जो गरीब के सामने दीवार है, इसको गरीब अपने आप तोड़े, सिर से जाकर ठोकर मारे और गिराए. हम कहते हैं कि हम गरीब का हाथ पकड़ेंगे और एक साथ दीवार को तोड़ेंगे.
उन्होने कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस युवाओं की पार्टी है, महिलाओं की पार्टी है और हम आम आदमी का विकास करना चाहते हैं और गरीब को मजबूत बनाना चाहते हैं। जबकि भाजपा अमीरों की पार्टी है, उद्योगपतियों की पार्टी है। अगर विकास की बात करें तो भाजपा ने जितनी सड़कें बनाई उससे तीन गुना ज्यादा सड़कें हमने बनाई। हमने गरीबों को रोजगार दिया और अब खाद्य सुरक्षा बिल लेकर आये हैं, जिसमें हर व्यक्ति को एक रूपये किलो अनाज मिलेगा। हमने भूमि अधिग्रहण बिल को लाने में संघर्ष किया जिससे कि किसानों से जमीन ली जानें पर उन्हें इसका चार गुना मुआवजा मिले।
क्या बात है!
ReplyDeleteसिद्दीकी साहब, इतिहास का सारगर्भित वर्णन प्रशंसनीय है।
सिद्दीकी साहब
ReplyDeleteनमस्कार,
आज हमने आपके बोग को देखा। बहुत अच्छा लगा. वैसे तो ब्लॉग का डिजाइन तो अच्छा है ही, लेकिन आप लिखते भी बहुत ही अच्छा हैं. आपने कई अच्छे लेख, नेहरू जी और इंदिरा गांधी जी पर लिखे हैं. ये बहुत ही सुन्दर हैं. मेरा आपसे आग्रह भी होगा कि इस तरह लेख बिहार झारखण्ड के अख़बारों में भी भेजे जाएँ, तो आपके और पार्टी के विचारों से यहाँ के लोग भी जुड़ सकेंगे।
धन्यवाद,
विश्वत सेन, रांची, झारखण्ड